शनिवार, 16 अगस्त 2014

tanu thadani तनु थदानी तेरे ही हक़ में कहता हूँ

तू कर मेहनत चुपचाप, सफलता , इक दिन शोर मचायेगी !
तू बाँट खुशी जग में , खुशियाँ , चल कर तेरे घर आयेंगी !

जिसने भी दिल में बैर रखा , दिल  बना दिया कचरा - डिब्बा ,
जब  दिल  में रखी गंदगी तो , फिर मख्खी  ही मंडरायेंगी !

हिन्दू - मुस्लिम - मंदिर - मस्जिद, रैली-रैला -दंगे- कर्फ्यू ,
सोचो  ये  बातें  भारत  की , कैसी  तस्वीर  बनायेंगी ?

जब  बात  मान कर माँ  की  हम  , अच्छे बच्चे बन जायेंगे ,
नेताओं  की  पूरी  जाति , फिर  भूखी  ही  मर  जायेंगी  !

कभी  सीधे  से , कभी  बिंब  बदल, मैं बात  पुरानी  कहता हूँ ,
तेरे  ही  हक़  में  कहता  हूँ , इक  रोज समझ तो आयेंगी !

जिसका जो काम वो ठीक- ठाक, बस काम वो अपना कर जाये ,
सचमुच  में  भारत  की  सड़कें , तब  सोने  की  बन जायेंगी !

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