तुम्हें मरहम लगाता हूँ ,हमारे हाथ जलते हैं !
तुम्हें तो प्यार हो न हो , मगर हम प्यार करते हैं!
तुझे हम प्यार करते हैं प्रिय , इसलिए तुझको
तुझे कमियों के संग संग ही,स्वीकार करते हैं !
कोई जो संग शर्तों के , करे है प्यार की बातें ,
मेरी मानो वो प्रेमी , प्रेम संग व्यापार करते हैं !
हमने किया जो प्यार तो, साबित भी हम करें ?
तुम्हें तो प्यार हो न हो , मगर हम प्यार करते हैं!
तुझे हम प्यार करते हैं प्रिय , इसलिए तुझको
तुझे कमियों के संग संग ही,स्वीकार करते हैं !
कोई जो संग शर्तों के , करे है प्यार की बातें ,
मेरी मानो वो प्रेमी , प्रेम संग व्यापार करते हैं !
हमने किया जो प्यार तो, साबित भी हम करें ?
हम ही से इस तरह का क्यूँ, व्यवहार करते हैं ??
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