शुक्रवार, 20 दिसंबर 2013

tanu thadani उस मौलवी को क्या कहूं तनु थदानी

मस्जिद में हाथ  जोड़ कर,  कुछ बुदबुदाया था !
तिरछी  हुई नजरें सभी , थप्पड़  भी खाया  था !

बेहद  अजीज  वो  था , बेहद  पसंद  थी   खीर  ,
फिर  भी  गया  न  ईद में , उसने  बुलाया   था !

मां  ने  कहा  था  बेटा  वो , गौ- मांस  खाते  हैं ,
छोटा था मैं ,मुझको समझ में ,कुछ न आया था !

 वो  भी  था  मजा  चाहता ,अम्मी  ने किया बंद,
होली  में   रंग   खेलने  को  , छटपटाया     था !

बातों  ही  बातों  में जो मेरा , जिक्र  था  आया ,
मुझको पता  चला  मुझे ,  काफिर  बताया  था !

  वो  मेरे   एतराज  पे , बोला  क्यूँ   दुःखी  हूं ,
उसको तो  मौलवी ने ही ,ये  सब  सिखाया था !

उस मौलवी को क्या कहूं , इक  शब्द की खातिर,
उस  शब्द से यारी  गयी , कुछ भी न भाया था !

नफरत  के  लिये  हम वजह, जो  धर्म को  माने ,
खोजो  ये नाम  हिंदू - मुस्लिम,  कौन  लाया था !

इंसान  हैं , इंसान  बन  के , रह  न  पायें  क्यूँ ?
भगवान  ने  क्या   हिंदू - मुसलमां बनाया था ??

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