शुक्रवार, 11 मई 2012

क्या मैं शापित हूँ hey eshwar-3 tanu thadani हे ईश्वर -3 तनु थदानी





मैं  तेरे  खेल  का  हिस्सा  हूँ , ईश्वर जुड़ के  अर्पण से !
दिया  तूने  सभी  कुछ  है ,मगर  लगता  है बे-मन से !

दिए  जो  होंठ तो मुस्कान  मेरी ,रख ली   क्यूँ  ईश्वर  ?
तभी  तो  प्रेम  हूँ  करता , तुम्ही  से, पूरी  अनबन से !

मेरे आँगन नहीं चहकेगी चिड़ियाँ ,क्या  मैं  शापित  हूँ,
दिला  इस  श्राप  से मुक्ति ,या कर  दो  मुक्त जीवन से ! 

मैं   तेरा   ही   चढावा    हूँ  , मैं   तेरे    पास   आउंगा ,
बचा के मुझको रखना ,इस जमाने  भर की जूठन से !


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